माघ पूर्णिमा
माघ पूर्णिमा
हिंदू धर्म में माघ मास को बेहद शुभ माना जाता है। धार्मिक दृष्टि से इस महीने को बेहद पवित्र माना जाता है। माघ मास में पड़ने वाली पूर्णिमा को माघ पूर्णिमा या माघी पूर्णिमा भी कहते हैं। इस दिन पवित्र नदी में स्नान व दान का विशेष महत्व बताया गया है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, माघ महीने में सभी देवी-देवता पृथ्वी पर आते हैं और मनुष्य रूप धारण करके प्रयागराज में स्नान, दान और तप करते हैं। कहते हैं कि इस दिन प्रयागराज में स्नान करने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होती है। जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार आश्लेषा नक्षत्र और कर्क राशि की युति होने से खास संयोग बन रहा है, धार्मिक मान्यता है कि इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आर्थिक संकट दूर होते ।
माघ पूर्णिमा व्रत नियम-
- इस दिन लोग लोग पवित्र नदियों के तट पर सुबह-सुबह स्नान करते हैं।
- भगवान विष्णु की पूजा पूरी होने के बाद, भक्त सत्यनारायण कथा का पाठ करते हैं।
- गायत्री मंत्र ’या ओम नमो नारायण’ मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए।
- गरीबों या जरूरमद को वस्त्र दान करें।
माघ पूर्णिमा के उपाय :-
- इस दिन लक्ष्मी जी के मंत्र जाप से धन वृद्धि होती है, परिवार में खुशहाली आती है, इस दिन भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की करने का भी विधान है।
- माघी पूर्णिमा को मां लक्ष्मी को पीले और लाल रंग की सामग्री अर्पित करें, लक्ष्मी जी को सफेद मिठाई या खीर का भोग लगाएं. ऐसा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
- इस दिन तिल, घी, गुड़, नमक, कंबल, वस्त्र, पांच प्रकार के अनाज और गाय का आदि का दान करना शुभ माना गया है. ऐसा करने से कई गुना ज्यादा पुण्य की प्राप्ति होती हैI अगर आप आर्थिक समस्या से जूझ रहे हैं, तो पूर्णिमा के दिन 11 कौड़ियों को हल्दी में रंगकर मां लक्ष्मी को अर्पित करें और फिर इनकी पूजा करें. अगले दिन इसे लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या धन रखने के स्थान पर रख दें।
- इस दिन श्रीसूक्त का पाठ अवश्य करें, इससे लक्ष्मी जी प्रसन्न होकर सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं, साथ ही, माघी पूर्णिमा पर शाम के समय तुसली के समक्ष घी का दीया जलाएं, इससे मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती हैं।
- इस दिन चंद्र देव की पूजा का भी विधान है. इस दिन रात में चंद्र देव को खीर अर्पित करें, इससे कुंडली में चंद्रमा मजबूत होता है।
Disclaimer: यहां सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है, PujaSamadhaan किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।
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